iGrain India - पुणे । महाराष्ट्र की चीनी मिलों को अच्छी मात्रा में गन्ना प्राप्त हो रहा है और इसे देखते हुए मिलर्स को उम्मीद है कि राज्य में गन्ना क्रशिंग के सीजन की अवधि पूर्व संभावित तिथि से आगे बढ़ जाएगी।
अब वहां अप्रैल तक गन्ना की क्रशिंग जारी रहने की उम्मीद व्यक्त की जा रही है जबकि पहले फरवरी-मार्च में ही समाप्त होने की आशंका थी। इसे देखते हुए महाराष्ट्र में चीनी का उत्पादन 95 लाख टन के करीब पहुंच जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार जनवरी 2024 के अंत तक चालू मार्केटिंग सीजन के दौरान महाराष्ट्र में 676 लाख टन गन्ना की क्रशिंग हुई जिससे 65 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ।
उद्योग विशेषज्ञों ने गन्ना की क्रशिंग अगले दो महीनों तक बरकरार रहने की संभावना व्यक्त की है क्योंकि एथनॉल निर्माण में गन्ना के सीमित उपयोग की अनुमति दिए जाने से चीनी उत्पादन के लिए अधिक मात्रा में कच्चा ाल प्राप्त हो सकेगा। इसके अलावा कई क्षेत्रों में अच्छी बारिश होने से भी गन्ना की फसल को फायदा हुआ।
वेस्टर्न इंडिया शुगर मिल्स एसोसिएशन (विस्मा) के अध्यक्ष का मानना है कि महाराष्ट्र की चीनी मिलों को अगले 50-60 दिनों तक गन्ना की नियमित आपूर्ति हो सकती है। इसका मतलब यह हुआ कि उद्योग को क्रशिंग के लिए आगे लगभग 300 लाख टन से ज्यादा गन्ना हासिल हो सकता है।
दिलचस्प तथ्य यह है कि गैर पंजीकृत क्षेत्रों में बेमौसमी वर्षा से गन्ना की फसल को फायदा हुआ और वह गन्ना भी चीनी मिलों को प्राप्त हो रहा है। लेकिन गन्ना की आपूर्ति हुई इस अप्रत्याशित बढ़ोत्तरी के कारण गन्ना क्रशर्स का अभाव महसूस होने लगा है। इसे चीनी मिलों की चुनौतियां बढ़ सकती है।