iGrain India - ढाका । बांग्ला देश में भारत से चावल के आयात के एक नए प्रस्ताव को स्वीकृति प्रदान की गई है जिसके तहत वहां 50 हजार टन गैर बासमती भारतीय चावल मंगाया जाएगा।
जून 2024 से ही दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण सम्बन्ध बने हुए हैं मगर व्यापारिक रिश्तों पर अभी तक इसका कोई विशेष प्रतिकूल असर नहीं देखा जा रहा है।
बांग्ला देश की सरकारी खाद्यान्न खरीद एजेंसी को भारत से 50 हजार टन चावल मंगाने की अनुमति दी गई है। भारत की एक प्राइवेट फर्म इस चावल का निर्यात करेगी क्योंकि हाल के एक वैश्विक टेंडर में इसने सबसे कम मूल्य पर चावल की आपूर्ति का ऑफर दिया था।
भारतीय कम्पनी का ऑफर मूल्य 458.84 डॉलर प्रति टन था जिसे स्वीकार कर लिया गया है। इस ऑफर मूल्य के आधार पर 50,000 टन चावल का कुल खर्च 229.42 लाख डॉलर या 197 करोड़ रुपए (280 करोड़ टका) बैठ रहा है।
ध्यान देने की बात है कि बांग्ला देश की अंतरिम सरकार अभी तक 2024-25 के वित्त वर्ष के लिए कुल मिलाकर 6 लाख टन चावल का आयात के प्रस्ताव को सैद्धांतिक स्वीकृति प्रदान कर चुकी है।
सरकार का कहना है कि देश में अभी चावल का समुचित स्टॉक मौजूद है लेकिन आगामी समय की मांग एवं जरूरत को पूरा करने के लिए चावल का आयात करके उसका आरक्षित स्टॉक बनाने की आवश्यकता महसूस हो रही है।
लेकिन हकीकत यह है कि बांग्ला देश में चावल की मांग एवं कीमत में बढ़ोत्तरी होने लगी है जबकि स्टॉक कम बताया जा रहा है।